बनोगे आत्मनिर्भर भी, कि बस बोझ होगे तुम ! बनोगे आत्मनिर्भर भी, कि बस बोझ होगे तुम !
चंद सिक्के इरादे पक्के। चंद सिक्के इरादे पक्के।
पक्के रिश्ते कभी अपनेपन का शोर नहीं मचाते। पक्के रिश्ते कभी अपनेपन का शोर नहीं मचाते।
पैसों की गिनती थमने से, पहले ही लेकिन , सांसों की गति थम जाएगी पैसों की गिनती थमने से, पहले ही लेकिन , सांसों की गति थम जाएगी
मेले से घरों तक आते मुखौटे, आसानी से किरदारों पर चढ़ जाते मुखौटे मेले से घरों तक आते मुखौटे, आसानी से किरदारों पर चढ़ जाते मुखौटे
डट कर वो अपने कर्तव्य पथ पर खुशियाँ हमें देते जाते हैं डट कर वो अपने कर्तव्य पथ पर खुशियाँ हमें देते जाते हैं